कुछ साल पहले तक Artificial Intelligence (AI) का नाम सुनते ही लगता था कि ये कोई साइंस फिक्शन फिल्म की बात है। लेकिन आज, AI हमारी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है वो भी इतनी चुपचाप कि हमें पता भी नहीं चला
2023 के अंत और 2024 की शुरुआत के बाद से भारत में Artificial Intelligence (AI) और Machine Learning का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है।
ऑफिस का ईमेल हो, स्कूल का होमवर्क, ऑनलाइन शॉपिंग या बैंक से बात करना — हर जगह AI मौजूद है। अब सवाल उठ रहा है,
क्या ये AI टेक्नोलॉजी हमारी नौकरी छीन लेगी?
क्या हमें डरना चाहिए या इसका इस्तेमाल हमें और बेहतर बना सकता है?
ChatGPT, Gemini, GitHub Copilot जैसे टूल्स ने ना सिर्फ टेक्नोलॉजी सेक्टर को बदला है, बल्कि आम नौकरीपेशा लोगों की दिनचर्या को भी प्रभावित किया है।
अब सवाल उठता है:
क्या AI भारत में नौकरियों के लिए खतरा है?
या यह एक नए अवसरों की क्रांति है?
भारत में AI का तेजी से बढ़ता प्रभाव
AI अब सिर्फ एक तकनीकी शब्द नहीं रह गया है, बल्कि यह हमारे जीवन के हर क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है:
- ग्राहक सेवा: बैंकों, बीमा कंपनियों और ई-कॉमर्स साइट्स में अब चैटबॉट्स प्राथमिक सहायता दे रहे हैं।
- शिक्षा: AI टूल्स छात्रों के लिए होमवर्क हल करने से लेकर पर्सनल ट्यूटर की भूमिका निभा रहे हैं।
- स्वास्थ्य: एक्सरे, MRI, और कैंसर डिटेक्शन में AI मॉडल डॉक्टरों की सहायता कर रहे हैं।
- मीडिया और लेखन: ब्लॉग लेखन, न्यूज़ रिपोर्टिंग, स्क्रिप्ट राइटिंग तक में AI उपयोगी हो चुका है।
किन क्षेत्रों की नौकरियों पर है सीधा असर?
1. BPO और कस्टमर सपोर्ट
- पहले जहाँ 10 लोगों की टीम कॉल्स हैंडल करती थी, अब एक AI चैटबॉट 24×7 सेवा दे रहा है।
- अनुमान है कि 2026 तक BPO सेक्टर में 15-20% नौकरियाँ घट सकती हैं।
2. लेखन और अनुवाद
- Tools जैसे ChatGPT, Quillbot, और Grammarly ने कंटेंट राइटिंग को तेजी से ऑटोमेट किया है।
- फ्रीलांसर राइटर्स और ट्रांसलेटर की मांग घट रही है।
3. डाटा एंट्री और बेसिक ऑफिस जॉब्स
- RPA (Robotic Process Automation) के ज़रिए फॉर्म भरना, डेटा कॉपी-पेस्ट आदि कार्य अब इंसानों के बजाय सॉफ्टवेयर से हो रहे हैं।
लेकिन हर खतरे में छुपा होता है एक मौका
AI सिर्फ नौकरियों को छीन नहीं रहा, ये नई किस्म की नौकरियाँ भी पैदा कर रहा है। फर्क बस इतना है कि हमें खुद को अपडेट करना पड़ेगा।
लोकल भाषा एक्सपर्ट
भारत में कई भाषाएं हैं — हिंदी, मराठी, तमिल, बंगाली — AI को इन्हें सिखाने के लिए लोकल लोगों की ज़रूरत है।
क्रिएटिव लोग
अब जो लोग AI का इस्तेमाल करके YouTube वीडियो, स्क्रिप्ट, म्यूजिक या किताबें बना पा रहे हैं — उनके लिए सुनहरा मौका है।
तो आम लोग क्या करें?
1. नई चीज़ें सीखें
आज का दौर स्किल्स का है।
Python, AI Tools, Prompt Writing, Data Handling — इन सबमें थोड़ा-थोड़ा ज्ञान होना अब ज़रूरी हो गया है।
2. AI को दुश्मन नहीं, साथी बनाएं
AI से डरिए मत।
जिस तरह किसान ट्रैक्टर से खेत जल्दी जोत लेता है, उसी तरह AI से आप काम जल्दी और बेहतर कर सकते हैं।
3. वो काम करें जो सिर्फ इंसान कर सकता है
संवेदना, समझदारी, इंसानी जुड़ाव — ये चीज़ें AI के पास नहीं हैं।
शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता, परामर्शदाता — ये पेशे अब भी इंसानों के ही हैं।
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